05 दिसंबर 2024: अब जामा मस्जिद के सर्वे की मांग, बीफ असम के होटलों में बैन, किसान फिर आएंगे दिल्ली, राहुल को सम्भल जाने से रोका, कोविड का असर कैंसर पर, दलितों से भेदभाव का डाटा नहीं
हिंदी भाषियों का क्यूरेटेड न्यूजलेटर. ज़रूरी ख़बरें और विश्लेषण. शोर कम, रोशनी ज्यादा
निधीश त्यागी, साथ में राजेश चतुर्वेदी, मज़कूर आलम, गौरव नौड़ियाल
सुर्खियां: बुधवार को मस्जिदों को निशाना बनाने की जद में में अब दिल्ली की जामा मस्जिद भी आ गई. विष्णु गुप्ता वाली हिंदू सेना चाहती है कि पुरातत्व विभाग जरा ठीक से जामा मस्जिद की भी जाँच करे, क्योंकि उसके नीचे हिंदू भगवानों की मूर्तियां दबी हुई हैं. गुप्ता को इसलिए हल्के में नहीं लिया जा सकता, क्योंकि वह न सिर्फ पहले बजरंग दल में रह चुका है और उसका हिंसक अतीत रहा है, बल्कि अजमेर शरीफ का सर्वे करवाने की माँग के पीछे भी सबसे आगे वही है. हर्षमंदर ने स्क्रॉल में एक लम्बा लेख लिख कर समझाने की कोशिश की है कि जब-जब भारत की अदालतें 1991 के प्लेसेस ऑफ वरशिप एक्ट के मंतव्य से छेड़छाड़ करते रहेंगे, इतिहास के पुराने घाव फिर से खुलेंगे और उस पर ख़ूनखराबा होगा.
असम में हो सकता है कि होटलों, रेस्त्राओं और सार्वजनिक समारोहों में बीफ न परोसा जाए. बुधवार को मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने यह घोषणा की. असम के कुछ इलाकों में गो हत्या की इजाज़त है, इसलिए इस फैसले की नीयत और इरादे पर सवालिया निशान लग रहे हैं.
अकाल तख्त में बतौर सजा बर्तन धोते और सुरक्षा ड्यूटी देते अकाली दल (बादल) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को जानलेवा हमला हुआ. खालिस्तान लिबरेशन आर्मी के नारायण सिंह चौड़ा ने बादल पर गोलियां दागी. पर उसे पकड़ लिया गया.
भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) संजीव खन्ना ने मंगलवार को मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और चुनाव आयुक्तों (ईसी) की नियुक्ति को नियंत्रित करने वाले 2023 के कानून की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग कर लिया. सीजेआई खन्ना और न्यायमूर्ति संजय कुमार की पीठ ने आदेश दिया कि मामले को उस पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया जाए, जिसका हिस्सा सीजेआई नहीं हैं. मार्च 2023 में सुप्रीम कोर्ट की पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने फैसला सुनाया था कि सीईसी और ईसी की नियुक्ति प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता और सीजेआई की समिति की सलाह पर की जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि विपक्ष का नेता नहीं होने की स्थिति में लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता को समिति में शामिल किया जाएगा. हालांकि बाद में संसद के माध्यम से नया कानून बनाकर सीजेआई को इस पैनल से हटा दिया गया था. एक याचिकाकर्ता के वकील गोपाल शंकर नारायणन ने कोर्ट को बताया कि 19 फरवरी, 2025 मौजूदा सीईसी के लिए अंतिम तिथि है. इसके बाद पीठ ने कहा कि इस मामले की सुनवाई 20 जनवरी, 2025 से शुरू होने वाले सप्ताह में की जाएगी.
मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में कहा था कि हाल के समझौते के बाद भारत-चीन संबंध सुधार पर हैं, पर सुशांत सिंह का कहना है कि जयशंकर पूरा सच नहीं बता रहे. ‘यह समझना जरूरी है कि जयशंकर क्या कुछ नहीं बता रहे और चीन के मुद्दे पर उनका विस्तृत बयान ख़ासा भ्रामक है.’
पंजाब के किसानों ने कहा है कि 6 दिसंबर से वे दिल्ली के लिए छोटे दस्तों में पैदल मार्च शुरू करेंगे. उन्हीं मांगों के लिए जिन्हें मोदी सरकार लटकाए हुई है. बुधवार को किसानों के समर्थन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में बोले, ‘बतौर इस देश के दूसरे सबसे बड़ी संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति के मेरा अनुरोध है आपसे यह बताने का कि, क्या किसानों को वायदे किये गये? और पूरे क्यों नहीं किये गये? पिछले साल भी आंदोलन हुआ था, अब इस साल भी हो रहा है.. समय बीत रहा है पर हम कुछ नहीं कर रहे.. भारत की आत्मा को तकलीफ नहीं देनी चाहिए.’
टाइम्स ऑफ इंडिया ने आज संसद की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि भारत ज्यादातर राज्यों में मिड डे मील की कुक को अभी भी 1000 रूपये मिलते हैं. 2009 से यही रेट मिल रहा है, और महंगाई दर के बरक्स देखें तो पंद्रह साल पहले के 1000 रूपये अब तो 549 रूपये ही हैं. जिस राज्य में इसी कुक को 12000 रुपये मिलते हैं, उसका नाम केरल है.
लोकसभा में सरकार ने बताया कि शिक्षण संस्थानों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में अनुसूचित जाति और जन जाति के साथ भेदभाव के मामलों का उसके पास कोई डेटा उपलब्ध नहीं है. जनता दल यूनाइटेड के सांसद आलोक कुमार सुमन के एक प्रश्न के उत्तर में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार ने कहा कि इस तरह का कोई डेटा ही नहीं रखा जाता. हालांकि उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के हवाले से बताया कि 2013 से 2022 तक एससी/एसटी के खिलाफ अपराध/अत्याचार के तहत दर्ज मामलों में बढ़ोतरी हुई है.
आंध्र प्रदेश में एफआईआर दर्ज हुई है, जिसके मुताबिक काकीनाडा पोर्ट औने पौने दाम पर खरीदवाया गया था. शिकायत के मुताबिक यह डील पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी सरकार ने करवाई थी. काकीनाडा पोर्ट को के.वेंकटेश्वर राव ने 1997 में स्थापित किया था और उसका 40 फीसदी हिस्सा जिसकी कीमत उस समय 2500 करोड़ रूपये थी, को जबरदस्ती 494 करोड़ रूपये में दिलाया गया. एफआईआर में तीन लोगों और दो कंपनियों के नाम है, जो जगन मोहन और उनकी पार्टी के करीबी बताए जाते हैं. इन तीन लोगों में से एक शरद रेड्डी भी हैं, जिसका नाम दिल्ली शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी सरकार के साथ सह अभियुक्त की तरह उभरा था और जो बाद में एप्रूवर बन गया था. जगन रेड्डी के कार्यकाल में तीन पोर्ट के मालिक बदले. बाकी दो गंगावरम और कृष्णापटनम थे, जिसका अधिग्रहण अडानी समूह ने किया था. पिछले साल खोजी पत्रकार एम राजशेखर ने इन बंदरगाहों की बिक्री और उनकी कीमत पर लम्बी पड़ताल की थी.
फ्रांस के प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर ने अविश्वास प्रस्ताव के पारित होने के बाद सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि यह इस्तीफा इमिग्रेशन मुद्दे पर बढ़े राजनीतिक तनाव के कारण लिया गया. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. यह घटनाक्रम तब हुआ, जब फ्रांस में इमिग्रेशन नीति को लेकर विवाद तेज हो गया था, जो बोर्न की सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था.
वकीलों के बीच इस्कॉन महंत का बायकॉट : चटगांव में वकीलों की भीड़ अपने उन सहकर्मियों को धमका रही है जो इस्कॉन के महंत चिन्मय दास के मामले में वकालत करेंगे. वरिष्ठ पत्रकार सत्य हिंदी डॉट कॉम के शीतल पी सिंह ने एक वीडियो अपने एक्स पर लगाकर लिखा है- ‘मुझे याद आया कि हमारी भी कई अदालतों के वकीलों की भीड़ लखनऊ/ गाजियाबाद और अन्य स्थानों पर मुसलमान अभियुक्तों के मामले में ठीक ऐसी ही अतिवादी जिद करती मिली है.’ देखें वीडियो और पढ़े ‘एक्स’ रिपोर्ट
तेलंगाना में भूकम्प के झटके आये. सीस्मिक स्केल पर 5.0 तीव्रता मापी गई. कई लोगों को लगा कि बंदर उछलकूद मचा रहे हैं.
भगवान की जाति को लेकर मथुरा में हंगामा: भगवान कृष्ण एक जाट थे, दीवारों पर लिखी इस एक लाइन का मथुरा में इतना विरोध हुआ कि पुलिस को एफआईआर दर्ज करनी पड़ गई. दरअसल, मथुरा जिले के नंदगांव में बाजार एवं घरों की दीवारों पर ‘‘नंदगांव का इतिहास’’ शीर्षक से जगह-जगह भगवान श्रीकृष्ण की जाति ‘जाट’ लिखवा दी गई. पुलिस के मुताबिक वक्तव्य के अंत में कुंवर सिंह नाम और एक फोन नंबर दर्ज था. उप जिलाधिकारी श्वेता सिंह के निर्देश पर नगर पंचायत के लिपिक ने मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है.
राहुल प्रियंका को सम्भल नहीं जाने दिया : पीड़ित परिवारों का हाल जानने के लिए सम्भल जा रहे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बुधवार को गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक लिया गया. उनके साथ सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा भी थीं. सम्भल में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर लगी रोक रविवार को समाप्त होने के बाद 31 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है.
शिंदे ने अब भी पत्ते नहीं खोले, फड़णवीस दो डिप्टी सीएम के साथ आज शपथ लेंगे : महाराष्ट्र में नई सरकार को लेकर 12 दिनों से चला आ रहा गतिरोध बुधवार को समाप्त हो गया. भाजपा विधायक दल के नेता देवेन्द्र फड़णवीस कल वृहस्पतिवार शाम को दो उप मुख्यमंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. महायुति के तीनों नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है. हालांकि कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. यह पूछने पर कि क्या वह सरकार में शामिल होंगे? शिंदे ने जवाब दिया, शाम तक इंतजार कीजिए.
अडानी और सम्भल पर कांग्रेस सपा एक नहीं : विपक्षी सदस्यों ने बुधवार को राज्यसभा से बहिर्गमन किया. वे विदेश मंत्री एस जयशंकर से भारत चीन संबंधों में हुई ताजा प्रगति पर कुछ स्पष्टीकरण चाहते थे, लेकिन सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी. इधर इंडिया ब्लॉक ने अडानी मुद्दे पर लगातार दूसरे दिन बुधवार को संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन जारी रखा. हालांकि समाजवादी पार्टी इससे दूर रही. तृणमूल कांग्रेस पहले ही खुद को इस मसले पर अलग कर चुकी है. दरअसल, सपा सम्भल हिंसा पर फोकस चाहती है और अडानी को कांग्रेस का मुद्दा मान रही है. यही कारण है कि राहुल गांधी को सम्भल जाने से रोकने की खबर पर कांग्रेस के साथ सपा सांसदों ने डिम्पल यादव की अगुआई में लोकसभा से वाकआउट किया.
कांग्रेस सांसदों ने राज्यसभा में पूछा- अडानी शब्द संसदीय है या असंसदीय?
मंगलवार को राज्यसभा में भारतीय वायुयान विधेयक, 2024 पर बहस के दौरान अडानी का उल्लेख करने पर जब सत्ता पक्ष ने विरोध जताया तो विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों ने जानना चाहा कि उद्योगपति गौतम अडानी का कोई भी उल्लेख ‘संसदीय है या असंसदीय’? बहस के दौरान कांग्रेस सांसद नसीर हुसैन ने कहा कि अडानी समूह को दिए गए 6 हवाई अड्डों की बोली के दौरान नीति आयोग और वित्त मंत्रालय ने आपत्तियां उठाई थीं. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का नाम बदलकर अडानी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया कर देना चाहिए. “2019 में मोदी जी ने मुंबई, अहमदाबाद, लखनऊ समेत प्रमुख हवाई अड्डे अपने प्रिय मित्र को सौंप दिए”, हुसैन ने कहा.
अडानी के अमरीकी समर्थक कंपनी की गिरती साख : स्विस इंन्वेस्टमेंट हाउस यूबीएस के मुताबिक अडानी समूह और उसके अध्यक्ष गौतम अडानी के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग के रिश्वतखोरी के आरोपों का असर धंधे पर पड़ रहा है. 'द टेलिग्राफ' के लिए प्राण बालाकृष्णन की रिपोर्ट बताती है कि निवेशकों ने 21 नवंबर को अडानी पर लगे आरोपों की खबर बाहर आने के दो कारोबारी दिनों में एसेट मैनेजर राजीव जैन के जीसीक्यू पार्टनर्स से 600 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर यानि कि करीब 3,237 करोड़ रुपये निवेशकों ने वापस खींच लिए. यूबीएस का अनुमान है कि आने वाले दिनों में फर्म से सैकड़ों मिलियन डॉलर की ग्राहक निधि का बड़े पैमाने पर आउटफ्लो हो सकता है. GQG पार्टनर्स ने अमेरिकी शुल्क लगाए जाने से पहले ऊर्जा से बंदरगाह तक अडानी समूह में लगभग 83,000 करोड़ रुपये का निवेश किया था. अडानी समूह से जुड़े घोटाले के आरोपों के बाद GQG पार्टनर्स को भारी नुकसान झेलना पड़ा. घोटाले की खबर सामने आने के बाद निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ, जिससे यह बड़ी निकासी हुई.
हॉस्टल के टॉयलेट में सोने वाले बच्चों का वीडियो बनाने वाले को मंत्री जी ढूंढ रहे हैं. छत्तीसगढ़ के बस्तर में सरकारी आवासीय विद्यालय में आदिवासी बच्चों के शौचालय में रहने का वीडियो सामने आया, तो इलाके के मंत्री जी नाराज़ हो गए. मंत्री केदार कश्यप का कहना है कि हॉस्टल जाने व वीडियो बनाने वाले पर कार्रवाई होगी.
कोविड से कैंसर के ट्यूमर सिकुड़ गए: जर्नल ऑफ क्लीनिकल इंवेस्टिगेशन में प्रकाशित नए अध्ययन में पता चला है कि गंभीर कोविड संक्रमण कैंसर को कम करने में मदद कर सकता है. चूहों पर किए गए शोध से यह अप्रत्याशित रूप से कैंसर के उपचार की नई संभावनाएं टटोलती है. शोधकर्ताओं के अनुसार, गंभीर कोविड संक्रमण शरीर को कैंसररोधी गुणों के साथ एक खास तरह के मोनोसाइट (वाइट ब्लड सेल्स) का उत्पादन करता है. यह खास मोनोसाइट्स विशेष रूप से वायरस से लड़ने के लिए बनता है, मगर वह कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में भी सक्षम होता है. शिकागो में नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के इस काम में शामिल वैज्ञानिकों में से एक भारत के अंकित ने इसे समझाया है. पढ़े पूरी रिपोर्ट
लद्दाख : स्थानीय लोगों को मिलेगा सरकारी नौकरी में 95% आरक्षण : केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने लद्दाख में स्थानीय लोगों के लिए सरकारी नौकरियों में 95% आरक्षण देने का फैसला किया है. इसके साथ ही, पहाड़ी परिषदों में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण का प्रस्ताव भी रखा गया है. इसके साथ ही केंद्र ने लद्दाख की भूमि और संस्कृति को संरक्षित करने के लिए ‘संवैधानिक सुरक्षा उपाय’ सुनिश्चित करने के लिए एक मसौदे पर काम करने का भी प्रस्ताव रखा है और उर्दू तथा भोटी को लद्दाख की आधिकारिक भाषा घोषित करने पर भी सहमति व्यक्त की है.
अब जय शाह के हवाले आईसीसी : ‘द हिंदू’ के लिए लिखे लेख में सुरेश मेनन मानते हैं कि भारत के गृहमंत्री के पुत्र जय शाह ने एक अहम समय में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के चेयरमैन का पदभार संभाला है. ऐसे समय में जब 2028 ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी की संभावना है. चैंपियंस ट्रॉफी विवाद हालांकि सुलझ गया है, लेकिन एक और महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसका खेल पर भी असर पड़ सकता है. वह है फ्रेंचाइजी क्रिकेट. इससे क्रिकेट पर दूरगामी प्रभाव पड़ने की संभावना है. अगर संतुलन नहीं बनाया गया, तो आने वाले दिनों में यह बड़ी चुनौती बन सकता है. बतौर आईसीसी चेयरमैन जय शाह को इससे निबटना होगा. इसके लिए उन्हें भारतीय क्रिकेट के हित से अलग खेल के बारे में सोचना होगा.
कोरिया में सियासी फास्ट फारवर्ड: मार्शल लॉ के अगले दिन ही राष्ट्रपति पर महाभियोग : विपक्षी नेतृत्व वाले गठबंधन ने राष्ट्रपति यूं सुक योल के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए दक्षिण कोरियाई संसद नेशनल असेंबली में प्रस्ताव पेश किया है. मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी सहित छह दलों ने राष्ट्रपति यूं के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश करने के लिए गठबंधन किया है. बुधवार की सुबह प्रदर्शनकारी दक्षिण कोरिया की नेशनल असेंबली के बाहर राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग करने के लिए जमा हुए. एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम में दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ, लागू किया था, जिसे उन्हें छह घंटे में ही वापस लेना पड़ा था. संसद में 190 सांसदों ने मार्शल लॉ लागू होने के दो घंटे के भीतर संसद में उपस्थित होकर इसके खिलाफ मतदान किया था.
जसलीन कौर को ब्रिटेन का सबसे बड़ा कला पुरस्कार : ग्लासगो में पैदा हुईं भारतीय मूल की कलाकार जसलीन कौर को टर्नर पुरस्कार मिला है, जो ब्रिटेन का सबसे बड़ा कला पुरस्कार है. इससे पहले यह पुरस्कार प्रख्यात इंस्टालेशन आर्टिस्ट अनीश कपूर को भी मिला है. उनकी कृति ‘आल्टर अलटार’ के लिए उन्हें यह पुरस्कार मिला है जो स्कॉटलैंड की सिख संस्कृति से प्रेरित है. उन्होंने यह पुरस्कार फिलिस्तीनी रंग का दुपट्टा ओढ़कर लिया. इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने फिलीस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन भी किया और टेट से आग्रह किया कि वह इजरायल के साथ संबंध समाप्त कर ले. कौर ने भी प्रदर्शनकारियों की मांग का समर्थन किया.
प्लास्टिक कम करने का इंतज़ाम नहीं
दक्षिण कोरिया में आयोजित संयुक्त राष्ट्र प्लास्टिक संधि बैठक (INC-3) में प्लास्टिक उत्पादन को सीमित करने पर कोई समझौता नहीं हो सका. इस बैठक में ओटावा (कनाडा), रवांडा और पेरू ने एक प्रस्ताव रखा था, जिसमें 2025 के स्तर की तुलना में 2040 तक प्लास्टिक उत्पादन में 40% की कटौती की बात की गई थी. यह फैसला जलवायु परिवर्तन और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है. भारत के मैदानी इलाकों के शहर ही नहीं बल्कि, पर्वतीय इलाकों में नदियां, झीलें और ग्लेशियर्स तक भी प्लास्टिक से भरे हुए हैं. 'कार्बन ब्रीफ' की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्लास्टिक से होने वाला उत्सर्जन जलवायु परिवर्तन के प्रयासों को कमजोर कर सकता है. प्लास्टिक उत्पादन वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का 5% हिस्सा बनाता है. ये समझाौता इसलिए भी जरूरी था, क्योंकि यदि 2040 तक प्लास्टिक उत्पादन में 2025 के स्तर की तुलना में 40% की कटौती करने का समझौता हो जाता (जैसा कि ओटावा, रवांडा और पेरू ने प्रस्तावित किया था), तो 2050 तक प्लास्टिक से केवल 5200 करोड़ टन CO2 उत्सर्जन होता. यह कदम वैश्विक जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करता. हालांकि, देशों के बीच इस मसले पर एकराय कायम नहीं हो सकी और प्लास्टिक उत्पादन में कटौती पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका है.
पैकेज्ड मिनरल ड्रिंकिंग वॉटर को 'हाई-रिस्क फूड' श्रेणी में रखा : 'द हिंदू' के लिए की गई बिन्दु शाजन पेराप्पडन की रिपोर्ट बताती है कि फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने पैकेज्ड मिनरल वॉटर और नॉन-अल्कोहलिक सॉफ्ट बेवरेज को 'हाई-रिस्क फूड' श्रेणी में शामिल किया है. इसके तहत कई नए नियम लागू किए गए हैं. इन उत्पादों के लिए हर साल एक तृतीय-पक्ष (थर्ड-पार्टी) द्वारा निरीक्षण कराना अनिवार्य होगा. यह निरीक्षण गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा. इस नए नियम के तहत पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर और सॉफ्ट ड्रिंक्स बनाने वाले कारोबारियों को सख्त गुणवत्ता मानकों का पालन करना होगा. इन उत्पादों की खपत बड़ी मात्रा में होती है और ये सीधे स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकते हैं, इसलिए इसे 'हाई रिस्क फूड' पर रखा गया है.
नामीबिया में नेटुम्बो नंदी-न्दाईत्वाह को देश की पहली महिला राष्ट्रपति चुना गया. 72 वर्षीय नंदी-न्दाईत्वाह ने 57% वोटों के साथ जीत हासिल की. उम्मीदों के विपरीत उन्हें किसी भी रन-ऑफ (दूसरे चरण के चुनाव) की जरूरत नहीं पड़ी. यह पहली बार है जब नामीबिया में किसी महिला ने राष्ट्रपति पद संभाला है. नंदी-न्दाईत्वाह ने आर्थिक सुधार, रोजगार सृजन और महिलाओं के सशक्तिकरण को अपने प्रमुख एजेंडा में रखा है. यह न केवल देश बल्कि पूरे अफ्रीकी महाद्वीप में लैंगिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
आलू को जलवायु-प्रूफ बनाने पर जुटे वैज्ञानिक: चीनी वैज्ञानिक आलू को जलवायु प्रूफ बनाने पर काम कर रहे हैं. जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ते तापमान, रोगों और फसलों की क्षति जैसी चुनौतियों से जूझ रहे किसानों के लिए ये प्रयोग चमत्कारी हो सकता है. आलू दुनिया में चौथी सबसे ज्यादा खपत की जाने वाली फसल है. वे आलू की ऐसी किस्में विकसित कर रहे हैं जो सूखे, तापमान में उतार-चढ़ाव और बीमारियों के प्रति अधिक प्रतिरोधी हों.
मालदा की जेल से रसिक मंडल 36 साल बाद मंगलवार को रिहा हुआ. उसने जमीन के विवाद को लेकर अपने भाई की हत्या की थी. रिकॉर्ड में उसकी उम्र 104 साल है. रिहा होने पर मंडल ने कहा, ‘अब मैं रिहा हो गया हूं, तो मैं अपने पसंदीदा काम की तरफ लौट सकता हूँ. घर की बाड़ी के पौधों का खयाल रखता हूँ. अब अपने परिवार और पोते-पोतियों के साथ रहना चाहता हूँ.’
आपको पता है रेलगाड़ी में मिलने वाले कम्बल कितने दिनों में धुलने जाते हैं? महीने भर में. रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद को यह बताया है. पर साथ ही एक चादर भी दी जाती है जिससे सवारी उस कंबल से खुद को बचाए रख सकते हैं.
जंग के बीच जैतून का पेड़ बचाता परिवार
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पिछले 24 घंटे में इजरायली हमलों में 30 फिलिस्तीनी मारे गए और 84 घायल हो गए हैं. फ़िलिस्तीनी एनजीओ नेटवर्क के निदेशक अमजद शावा का कहना है कि जैसे-जैसे सर्दियाँ आ रही हैं, गाजा में मानवीय स्थिति बिगड़ती जा रही है और नाम मात्र की सहायता आ रही है. युद्ध के बीच मौत से अलग जिंदगी की एक कहानी ‘अलजजीरा’ फिलिस्तीन की लेकर आया है, जो इजराइल के लिए नारा बुलंद करने से पहले युद्ध की भयावहता का शायद अहसास करवा जाए. युद्ध के बीच जिंदगी और देश के प्रति मोहब्बत की कहानी. वेस्ट बैंक के एक गांव के एक परिवार की कहानी, युद्ध के बीच जिसने अपनी जैतून की फसल बचाई. ये इलाका जैतून के किसानों का रहा है. ये कहानी छह साल के नासिर तनात्रा की भी है, जो चट्टानों से फैली हुई एक बिखरी पहाड़ी की चोटी से अब डरने लगा है, जहां वह अपने परिवार के घर के पास कभी खेला करता था और वहां के जंगली फूल चुनता था. ऐसे ही सात भाई-बहनों में सबसे छोटे उद्दाम की कहानी भी है, जो अपनी 10 साल की बहन उरुद के साथ जबल अल-रास की चोटी पर वनोपज लेने जाता था, लेकिन सितंबर के महीने से उसके घर के पास आकर 50 इजराइली सैनिकों ने तंबू लगाया है, वो भी डरा हुआ है. हां उसकी बहन भी. सैनिकों ने उसके पड़ोसियों पर हमला किया और उन्हें परेशान किया है. रात में वो हवा में गोलियां चलाते हैं और आक्रामक कुत्तों को ग्रामीणों के घरों के बाहर घूमने के लिए छोड़ देते हैं. ऊपर से, वे घरों पर चमकदार रोशनी जलाते हैं, संगीत बजाते हैं और ज़ोर से गाते हैं. एक रात गोलियों के बीच 100 मीटर दूर तक नासिर भागता रहा और अपनी दादी के घर पहुंचा, तब से वह सदमे में है. ये कहानी नासिर की भी है और इनमें से कोई भी अपनी मौत तक अपनी जमीन छोड़ने को राजी नहीं है! और यहां देखिये कैसे एक फिलीस्तीनी परिवार 4000 से ज्यादा साल पुराने जैतून के पेड़ को बचाने की कोशिश कर रहा है.
हाशिए पर रह कर आग से लड़ने वाले
6 दिसंबर को प्राइम वीडियो पर राहुल ढोलकिया की फिल्म आ रही है, नाम है 'अग्नि'. इस फिल्म के कथानक को चुनने और इसकी बनने की कहानी पर स्क्रॉल ने एक रिपोर्ट की है. फिल्म में प्रतीक गांधी, दिव्येंदु, साई तम्हंकर, सैयामी खेर, जीतेंद्र जोशी और उदित अरोड़ा जैसे चर्चित कलाकारों ने काम किया है. रिपोर्ट कहती है कि हाल ही में इस फिल्म की स्क्रीनिंग मुंबई में रखी गई थी, जहां इसे देखने के बाद लोगों का फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को लेकर नजरिया ही बदल गया. फिल्म के निर्देशक राहुल ढोलकिया को एक दर्शक ने बताया कि वह मुंबई फायर ब्रिगेड के आपातकालीन नंबर 101 पर कॉल करने जा रहा है और जो कोई भी लाइन पर होगा, उसे धन्यवाद देगा. ढोलकिया ने कहा कि यही फिल्म बनाने की वजह भी बना. ढोलकिया ने स्क्रॉल को बताया- 'जब मैंने शुरुआत की, तो मुझे इस फिल्म को बनाने के महत्व का पूरी तरह से एहसास नहीं था, लेकिन जब हमने इसे अग्निशमन कर्मचारियों को दिखाया, तो हमें एहसास हुआ कि फिल्म बनाने की जरूरत है.' ढोलकिया को संयुक्त राज्य अमेरिका में एक डॉक्यूमेंटी का निर्देशन करने के बाद ‘अग्नि’ बनाने की प्रेरणा मिली.
चलते-चलते : जिस मां को एमिनेम ने 'भला-बुरा' कहा, वो चली गई…
69 वर्ष की उम्र में मशहूर रैपर एमिनेम की मां डेबी नेल्सन का निधन हो गया है. एमिनेम और उसकी मां के बीच जो तनाव और नफरत थी, वह उसने अपने गानों में अमर कर दी. मसलन साल 2009 में आए 'माय मॉम' में उन्होंने अपनी मां पर व्यंग्यात्मक और व्यंग्यभरे लहजे में बात की है. गाने में उन्होंने यह दावा किया कि उनकी मां ने उन्हें उनकी ड्रग्स के लिए जिम्मेदार बनाया. ऐसे ही 2002 में ‘क्लीनिन आउट माई क्लोजेट' भी है, जिसमें एमिनेम ने अपनी मां को लेकर गुस्सा और नाराजगी व्यक्त की है. इसके 47 करोड़ सत्तर लाख व्यूज यूट्यूब पर हैं. उन्होंने अपनी परवरिश के दौरान हुई हिंसा और उनकी मां के कथित नशे की लत का जिक्र किया है. इसके अलावा साल 2000 में आया 'किल यू' और 'मार्शल मैथर्स' में भी उन्होंने मां को विलेन की तरह देखा. हालांकि साल 2013 में आए एमिनेम के गाने ‘हैडलाइट्स’ में उनके रिश्ते में बदलाव देखा गया. इस गाने में उन्होंने अपनी मां के प्रति माफी और पछतावा व्यक्त किया.
आज के लिए इतना ही. हमें बताइये अपनी प्रतिक्रिया, सुझाव, टिप्पणी. मिलेंगे हरकारा के अगले अंक के साथ. हरकारा सब्सटैक पर तो है ही, आप यहाँ भी पा सकते हैं ‘हरकारा’...शोर कम, रोशनी ज्यादा. व्हाट्सएप पर, लिंक्डइन पर, इंस्टा पर, स्पोटीफाई पर , ट्विटर / एक्स और ब्लू स्काई पर.