17/01/2025: हिंडनबर्ग ने शटर गिराया, अडानी पर सवाल कायम, ऑलिगार्की के ख़तरे, पतंगबाजी में 15 मरे, चाकू से घायल सैफ़ ख़तरे से बाहर, अंतरिक्ष में दो उपग्रहों को जोड़ा भारत ने, कनाडा जाकर गायब छात्र?
हरकारा हिंदी भाषियों के लिए क्यूरेटेड न्यूजलेटर. ज़रूरी ख़बरें और विश्लेषण.१७य१७्िि११७17
निधीश त्यागी, साथ में राजेश चतुर्वेदी, मज़्कूर आलम, गौरव नौड़ियाल
17 जनवरी 2025 : आज की सुर्खियां :
चाकूबाजी से घायल सैफ अली खान ख़तरे से बाहर : गुरुवार को मुंबई के बांद्रा इलाके में स्थित बॉलीवुड स्टार सैफ़ अली ख़ान के घर में घुसकर एक अज्ञात घुसपैठिये ने कई बार चाकू घोंपा. इस घटना ने महाराष्ट्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह घटना रात ढाई बजे की है. सैफ की आपातकालीन सर्जरी लीलावती अस्पताल में की गई है. उनकी हालत स्थिर और खतरे से बाहर है. डाक्टरों ने बताया कि रीढ़ में चाकू फंसने के कारण गंभीर चोट आई है. इसी वजह से सर्जरी करनी पड़ी. भारत के महान क्रिकेटर मंसूर अली खान और अभिनेत्री शर्मिला टैगोर के 54 साल के सैफ पटौदी के 10वें नवाब हैं. वह पत्नी करीना कपूर खान और बेटों तैमूर अली खान और जहांगीर अली खान के साथ मुंबई के खार-बांद्रा इलाके में 12वीं मंजिल के सतगुरु शरण अपार्टमेंट की सबसे ऊपरी मंजिल पर रहते हैं. बांद्रा पुलिस स्टेशन और क्राइम ब्रांच-सीआईडी, जो संयुक्त रूप से जानलेवा हमले की जांच कर रही है, ने बताया कि उन्होंने आरोपी की पहचान स्थापित कर ली है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घुसपैठिया डकैती के इरादे से उनके अपार्टमेंट में घुसा था. रिपोर्टों के अनुसार, घुसपैठिया एक करोड़ रुपये की मांग कर रहा था.
इसरो को उपग्रहों की डॉकिंग में कामयाबी मिली : इसरो ने अंतरिक्ष में दो उपग्रहों की सफलतापूर्वक डॉकिंग कर दी है. यह स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट मिशन के तहत किया गया. जब इसरो के अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग या स्पेसेडैक्स मिशन के दो अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष में एक-दूसरे के करीब ले जाए गए और कल एक-दूसरे से जुड़ गए, तो भारत 'अंतरिक्ष डॉकिंग' करने वाला दुनिया का सिर्फ चौथा देश बन गया, अन्य देश अमेरिका, रूस और चीन हैं. गीता पांडेय की रिपोर्ट के अनुसार, इसरो के वैज्ञानिक अब दो अंतरिक्ष यान - जिन्हें चेज़र और टारगेट भी कहा जाता है - के बीच बिजली स्थानांतरित करने और उन्हें अन-डॉक करने पर ध्यान देंगे. अपनी किफायती कार्यप्रणाली के अनुरूप, एजेंसी उस रॉकेट के एक हिस्से का भी उपयोग करने की योजना बना रही है जिसका उपयोग पहले चेज़र और टारगेट को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए किया गया था, ताकि अब कक्षा में प्रयोग किए जा सकें - सामान्य परिस्थितियों में वे केवल अंतरिक्ष का कचरा बन जाते.
शीर्ष अदालत ने ईडी को फटकारा : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सुप्रीम कोर्ट से फटकार मिली, क्योंकि कोर्ट ने ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में नाबालिगों, महिलाओं या बीमार लोगों को जमानत देने पर पीएमएलए के प्रावधानों के विपरीत प्रस्तुतियाँ देने पर आपत्ति जताई. शीर्ष अदालत ने बुधवार को कहा कि एजेंसी आरोपियों को जेल में रखना चाहती है और घोषित किया कि वह इस तरह के "घटिया दलीलें" बर्दाश्त नहीं करेगी. रिपोर्टों से पता चलता है कि सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को यह स्वीकार करने के लिए मजबूर होना पड़ा कि एक सहयोगी ने प्रस्तुति देने में गलती की थी.
20 हजार छात्र कनाडा पहुँचे पर कॉलेज नहीं : पिछले साल 20,000 भारतीय छात्र कनाडा पहुंचे, लेकिन कॉलेजों में दाखिला नहीं लिया. अधिकारियों का कहना है कि या तो उन्होंने गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में प्रवेश किया या वे खुद कनाडा में काम कर रहे थे. इमिग्रेशन, रिफ्यूजी और सिटिज़नशिप कनाडा (आईआरसीसी) के अनुसार, मार्च और अप्रैल 2024 में कनाडाई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में "नो-शो" के रूप में रिपोर्ट किए गए लगभग 50,000 अंतरराष्ट्रीय छात्रों में से भारतीय छात्र एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे. इनमें से लगभग 20,000 भारत से थे, जो एजेंसी द्वारा ट्रैक किए गए कुल भारतीय छात्रों का 5.4 प्रतिशत है. रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि 144 देशों के छात्रों को ट्रैक किया गया था, जिनमें गैर-अनुपालन दरें व्यापक रूप से भिन्न थीं.
केटी रामराव ईडी के सामने पेश : भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव (केटीआर) फॉर्मूला ई मामले में पूछताछ के लिए हैदराबाद में प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने तेलंगाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से उनके खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर को रद्द करने की मांग करने वाली उनकी विशेष अनुमति याचिका में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था. मामले में मुख्य आरोपी और भारत राष्ट्र समिति के उत्तराधिकारी रामा राव ने तर्क दिया कि उन्हें राजनीतिक कारणों से मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाया जा रहा है. केटीआर की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है. यह रोक तब तक रहेगी, जब तक कि याचिका पर अंतिम निर्णय नहीं आ जाता.
8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी : केंद्रीय कैबिनेट ने गुरुवार को 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी. मिली जानकारी के अनुसार, “सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इसके लिए चेयरमैन और दो सदस्यों की नियुक्ति जल्द ही की जाएगी. 2016 से लागू 7वां वेतन आयोग 2026 तक वैध है.” वेतन आयोग का गठन कर्मचारियों के वेतन संबंधी विषयों के लिए की जाती है.
बाइडेन ने ऑलीगार्की के ख़तरे गिनाए : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने विदाई भाषण में कहा है कि उनके देश में अमीरों के एक छोटे से तबके का वर्चस्व बढ़ रहा है. इससे अमेरिकी नागरिकों के अधिकारों और लोकतंत्र दोनों को खतरा है. बाइडेन ने अपने भाषण में डोनाल्ड ट्रम्प का नाम नहीं लिया, लेकिन परोक्ष रूप से ट्रम्प और उनकी टीम की कार्यशैली को लेकर कई टिप्पणियां कीं. उन्होंने आगाह किया कि अमेरिका में ऑलीगार्की यानी अमीरतंत्र का उदय हो रहा है, जिसमें अत्यधिक रईस लोग देश में अपनी जड़ें जमा रहे हैं और एक "तकनीकी-औद्योगिक परिसर" अमेरिकियों के अधिकारों और लोकतंत्र के भविष्य को खतरे में डाल रहा है. गलत सूचनाओं और स्वतंत्र मीडिया पर पड़ते दबाव को उजागर करते हुए बाइडेन ने कहा कि आज प्रेस पर भारी दबाव है और स्वतंत्र मीडिया खत्म हो रहा है.
लद्दाखियों को सहूलियत : विजेता सिंह ने रिपोर्ट किया है कि लद्दाखी नागरिक समाज के नेताओं और केंद्रीय गृह मंत्रालय के बीच कल हुई एक बैठक में, मंत्रालय ने लद्दाख में बंजर सरकारी भूमि के उन हिस्सों को नियमित करने के प्रस्ताव पर विचार किया, जिनका उपयोग स्थानीय लोग वर्षों से कर रहे हैं. कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस के सज्जाद कारगिल ने कहा, “यदि यह साकार होता है तो यह एक "क्रांतिकारी कदम" होगा क्योंकि स्थानीय लोगों की जमीन पर बाहरी लोगों के कब्जे का डर "स्थानीय लोगों की सबसे बड़ी चिंताओं में से एक है". केंद्र शासित प्रदेश के सांसद मोहम्मद हनीफा ने कहा कि लद्दाख को छठी अनुसूची में रखने और एक विधायी सभा के साथ राज्य का दर्जा प्राप्त करने की मांगों पर भी बैठक के दौरान चर्चा की गई.
अफगान क्वाड का न्यौता : रूस अफगानिस्तान 'क्वाड' में भारत को शामिल करने के लिए जोर दे रहा है, जिसमें रूस, चीन, पाकिस्तान और ईरान शामिल हैं. यह आतंकवाद से निपटने में भारत और पाकिस्तान को 'हाथ मिलाने' का भी आह्वान कर रहा है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यह भी कहा है कि भारत और पाकिस्तान दोनों को बैठकर एक-दूसरे की चिंताओं का समाधान करना चाहिए.
वडनगर में निवेश : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृहनगर गुजरात का वडनगर संस्कृति और खेल का एक केंद्र बन रहा है. गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह वहां एक पुरातात्विक अनुभवात्मक संग्रहालय और एक खेल स्टेडियम का उद्घाटन करने वाले थे. इसके अतिरिक्त, वे नरेंद्र मोदी पर एक फिल्म भी जारी करेंगे. 298 करोड़ रुपये की लागत से बना संग्रहालय, वडनगर के 2500 साल पुराने 'समृद्ध सांस्कृतिक' इतिहास को दिखाएगा.
भारतीय संस्थाओं को रियायत : अमेरिकी सरकार ने द्विपक्षीय नागरिक परमाणु सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए वाणिज्य विभाग के 'इकाई सूची' निर्यात नियंत्रण डेटाबेस से तीन भारतीय सरकारी संस्थाओं - IREL इंडिया (पूर्व में इंडियन रेयर अर्थ्स), इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र और भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र - को हटा दिया. इस महीने की शुरुआत में नई दिल्ली की यात्रा के दौरान, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने कहा कि सूची में संशोधन से प्रभावित संस्थाओं को अमेरिका, उसके निजी क्षेत्र और उसके वैज्ञानिकों के साथ अधिक गहराई से सहयोग करने की अनुमति मिलेगी.
बीमार मां से मिलने देने की मांग : स्वीडन स्थित शिक्षाविद अशोक स्वैन ने भारत सरकार द्वारा उनकी विदेशी नागरिकता (Overseas Citizen of India) रद्द करने के खिलाफ अपनी याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की है, यह कहते हुए कि उनकी मां गंभीर रूप से बीमार हैं और वे भारत नहीं जा पाने के कारण पांच वर्षों से उनसे नहीं मिले हैं.स्वैन ने अदालत में तर्क दिया: "उनका मानना है कि मैं भारत विरोधी हूं क्योंकि मैं वर्तमान [सत्तारूढ़] सरकार की नीतियों की आलोचना करता हूं." सरकार ने आरोप लगाया है कि स्वैन ने भड़काऊ भाषण दिए और भारत विरोधी गतिविधियों में भाग लिया. अदालत ने उनसे पूछा कि क्या वह अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) पोस्ट को वापस लेने पर विचार करेंगे, जिनका सरकार अपने आरोपों में हवाला देती है - वे इस विचार से असहमत दिख रहे थे - और सरकार से पूछा कि क्या उन्हें अस्थायी पासपोर्ट दिया जा सकता है.
बांग्लादेश में धर्मनिरपेक्षता को हटाने की अनुशंसा : बांग्लादेश के संविधान सुधार आयोग ने संविधान से धर्मनिरपेक्षता और दो अन्य मौलिक सिद्धांतों को हटाने का प्रस्ताव दिया है, जबकि चार नए सिद्धांत शामिल करने का सुझाव दिया है. मौजूदा चार सिद्धांत राष्ट्रवाद, समाजवाद, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में से सिर्फ़ लोकतंत्र को रखने का सुझाव दिया है. इन सिद्धांतों को 1971 के मुक्ति संग्राम के बाद 1972 में तैयार किया गया था. सुधार आयोग के प्रस्तावित पाँच सिद्धांतों में लोकतंत्र के अलावा समानता, मानवीय गरिमा, सामाजिक न्याय और बहुलवाद हैं.
‘चूंकि आप रेवन्ना हैं कानून नहीं बदला जाएगा’
कर्नाटक हाईकोर्ट ने गुरुवार को कहा कि कई महिलाओं से बलात्कार के आरोपी, देेवेगौड़ा परिवार के निलंबित जनता दल (सेक्युलर) नेता प्रज्वल रेवन्ना को सिर्फ़ उस पीड़िता से संबंधित डिजिटल साक्ष्य की जांच करने की अनुमति दी जा सकती है, जिसने उनके खिलाफ शिकायत की थी, अन्य पीड़ितों/महिलाओं की नहीं. रेवन्ना के वकील ने हासन के पूर्व सांसद के ड्राइवर के मोबाइल से बरामद 15,000 से अधिक छवियों और 2,000 से अधिक वीडियो की प्रतियां मांगी थी. वकील का तर्क था कि कोई जरूरी नहीं कि सभी चित्र या डिजिटल साक्ष्य अश्लील हों. अदालत ने इस तर्क को खारिज कर दिया और कहा कि रेवन्ना के लिए कानून को नहीं तोड़ा जा सकता. जस्टिस एम नागप्रसन्ना ने कहा, “पीड़िता की भी तस्वीरें अश्लील हैं. सिर्फ इसलिए कि आप प्रज्वल रेवन्ना हैं, कानून को आपके लिए नहीं तोड़ा जा सकता."
ट्रम्प के कुर्सी संभालने के पहले हिंडनबर्ग बंद
कांग्रेस बोली, इसका मतलब यह नहीं कि “मोदानी” को क्लीन चिट मिल गई
भारतीय अरबपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को अरबों डॉलर का नुकसान पहुंचाने वाली अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद कर दिया गया है. इसके संस्थापक नेट एंडरसन ने बुधवार 15 जनवरी को यह ऐलान किया. द टेलीग्राफ ने पीटीआई के हवाले से बताया कि एक रिपब्लिकन कांग्रेसमेन, जो हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी का सदस्य भी है, ने न्याय विभाग से अडानी और उनकी कंपनियों की जांच से संबंधित सभी दस्तावेजों और पत्राचार को सुरक्षित रखने के लिए कहा था. इसके बाद ही एंडरसन ने हिंडनबर्ग को बंद करने की अचानक और आश्चर्यजनक घोषणा की. एंडरसन का यह फैसला ऐसे समय आया है, जब 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रम्प दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे.
वाल स्ट्रीट जर्नल को दिए इंटरव्यू में एंडरसन ने कहा, “तो, अब क्यों न भंग किया जाए? कोई खास बात नहीं है, कोई खास खतरा नहीं, कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं और कोई बड़ा व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है. किसी ने एक बार मुझसे कहा था कि एक खास मुकाम पर एक सफल करियर एक स्वार्थी कृत्य बन जाता है. शुरुआत में लगा कि मुझको कुछ चीजें साबित करने की जरूरत है. अब मुझे आखिरकार खुद के साथ कुछ आराम मिला है, शायद मेरे जीवन में ये पहली बार है.
मैं अपने परिवार के साथ समय बिताने, अपने शौक पूरे करने और सफर करने के लिए उत्सुक हूं. मैंने उनके लिए पैसा कमाया है. मैं अपना पैसे इंडेक्स फंड और कम तनाव देने वाली चीजों में निवेश करने की प्लानिंग कर रहा हूं. फिलहाल मैं इस पर फोकस कर रहा हूं कि मैं मेरी टीम के सभी लोग उस जगह पर पहुंचें, जहां वे आगे बढ़ना चाहते हैं.
इस बीच कांग्रेस ने कहा है कि हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने का मतलब यह नहीं है कि 'मोदानी' को क्लीन चिट मिल गई है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने अडानी समूह और भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) से जुड़े मामलों का उल्लेख करते हुए यह भी कहा कि ये गंभीर अपराधिक कृत्य हैं जिनकी पूरी तरह से जांच केवल संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा ही की जा सकती है.
स्पांसरशिप विवाद में फंसा कलिंग लिटरेरी फेस्टिवल : हिंदी के दो चर्चित लेखक गौहर रजा और भंवर मेघवंशी ने कलिंग लिटरेरी फेस्टिवल के नॉन-फिक्शन श्रेणी में मिले अपने अवॉर्ड वापस कर दिये हैं. इन दोनों ने आयोजकों को इसकी सूचना अपने सोशल मीडिया के जरिये दी है. गौहर रजा को उनकी पुस्तक ‘मिथकों से विज्ञान तक’ और भंवर मेघवंशी को ‘पथिक मैं अरावली का’ के लिए ये पुरस्कार मिला था. इन दोनों पुरस्कार वापसी की वजह इस कार्यक्रम को पूंजीपति गौतम अडानी की ओर से स्पांसर करना बताया है. इन दोनों लेखकों की वंचितों के प्रति पक्षधरता जग-जगजाहिर है. भंवर मेघवंशी हिंदी में दलित विमर्श के प्रभावशाली लेखक और कार्यकर्ता हैं, जो पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में हुआ करते थे. आप कड़वी कॉफी के इस अंक में अपूर्वानंद और निधीश त्यागी से बात करते हुए देख सकते हैं.
गुजरात में पतंगबाजी की दुर्घटनाओं में 15 लोगों की मौत, तमिलनाडु में जल्लीकट्टू में 88 घायल
मकर संक्रांति या उत्तरायण के दिन पतंग उड़ाने से संबंधित दुर्घटनाओं में पूरे गुजरात में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और हजारों घायल हो गए. अधिकतर मौतें और चोटें या तो नुकीले मांझे (धागे) की वजह से या पतंग उड़ाते या उसका पीछ हटने के कारण छत से गिरने की वजह से हुई. सभी पीड़ितों में सबसे कम उम्र की गांधीधाम शहर की 10 महीने की बच्ची थी. ईएमआरआई 108 एम्बुलेंस सेवा ने 14 जनवरी को राज्य में आपात स्थितियों की लगभग 4,948 घटनाओं की सूचना दी, जिनमें या तो मौत हो गई या कोई घायल हुआ.
बुधवार 15 जनवरी को तिरुचि के पास पेरियासुरियूर में आयोजित जल्लीकट्टू में 88 लोग घायल हो गए. इनमें से 12 की हालत गंभीर है. एक सांढ़ के मरने की भी खबर है. वहीं इस आयोजन में साइकिल, स्टील के बर्तन, डाइनिंग टेबल सेट, बाइक समेत अन्य कई पुरस्कार उन लोगों को मिले, जिन्होंने सांढ़ों को वश में करने में सफलता प्राप्त की.
चलते चलते : जनाना कम्पार्टमेंट पर डाक्यूमेंट्री
गार्डियन में रेबाना लिज़ जॉन की डॉक्यूमेंट्री लेडीज ओनली पर लिखा गया है जो महिलाओं के लिए आरक्षित डिब्बों के अंदर शूट की गई, उन रोजमर्रा की कहानियों को सुनती है जो अन्यथा शहरी निवासियों के अविश्वसनीय प्रवाह के बीच खो जातीं. विभिन्न यात्रियों के साथ उनके साक्षात्कारों से, चेहरों और आवाजों की एक खूबसूरत टेपेस्ट्री उभरती है, जो भारतीय समाज में महिलाओं द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों को उजागर करती है. परिवार और लिंग की अपेक्षाओं का बोझ स्पष्ट बातचीत पर भारी पड़ता है, जिसे आश्चर्यजनक ब्लैक एंड व्हाइट में फिल्माया गया है. एक महिला अपने बचपन के एक पेशेवर क्रिकेटर बनने के लक्ष्य का उल्लेख करती है, एक ऐसा सपना जो उसके माता-पिता की अस्वीकृति से बाधित हो गया. जबकि कुछ वैवाहिक असमानता को एक सामान्य बात के रूप में बात करते हैं, अन्य पारंपरिक विवाह को एक ऐसे जाल के रूप में देखते हैं जिससे बचा जाना चाहिए. सवालों के बीच में, जॉन कभी-कभी अपनी इंटरव्यू लेने वाली महिलाओं को भारतीय कार्यकर्ता कमला भसीन की नारीवादी कविताओं से अंश जोर से पढ़ने के लिए कहती हैं. शक्तिशाली छंद उत्साहजनक सहमति के साथ-साथ गुस्से की दुर्लभ चमक को भी प्रेरित करते हैं. एक मार्मिक दृश्य में, एक यात्री का पाठ उसकी सहयात्री, एक वृद्ध महिला द्वारा अचानक बाधित हो जाता है, जो मुक्ति की ऐसी इच्छाओं को पूरी तरह से "बकवास" बताती है. पीढ़ियों के बीच अंतर का प्रमाण, इस संक्षिप्त असहमति का क्षण यह भी बताता है कि, तमाम बाधाओं के बावजूद, सामाजिक मानदंड कैसे बदल रहे हैं. हालांकि जिन महिलाओं को हम सुनते हैं वे एक-दूसरे के लिए काफी हद तक अजनबी हैं, लेकिन उत्तेजक संपादन ने शानदार ढंग से बहनचारे और समुदाय के माहौल को उभारा है. समय-समय पर, कैमरा अधिक कोमल छवियों को लेता है: उत्साहित यात्रियों को चूड़ियाँ बेचने वाले विक्रेताओं का दृश्य, या सेल्फी लेने के लिए दोस्तों को करीब से हडल करते हुए. इन दृश्यों से निकलने वाली गर्मी शहर के व्यस्त जीवन की लय से एक स्वागत योग्य राहत प्रदान करती है. पायल कपाड़िया की प्रशंसित ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट से अलग नहीं, लेडीज ओनली मुंबई को डीग्लेमर करती है, जबकि महिलाओं के भावनात्मक जीवन की छिपी जटिलताओं से कविता को तराशती है.
आज के लिए इतना ही. हमें बताइये अपनी प्रतिक्रिया, सुझाव, टिप्पणी. मिलेंगे हरकारा के अगले अंक के साथ. हरकारा सब्सटैक पर तो है ही, आप यहाँ भी पा सकते हैं ‘हरकारा’...शोर कम, रोशनी ज्यादा. व्हाट्सएप पर, लिंक्डइन पर, इंस्टा पर, फेसबुक पर, स्पोटीफाई पर , ट्विटर / एक्स और ब्लू स्काई पर.