क्या नीतीश कुमार राजनीतिक रूप से ख़त्म हो चुके हैं? क्या भारतीय जनता पार्टी बिहार में भी वही करने जा रही है जो उसने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ किया? हरकारा डीप डाइव के इस एपिसोड में, वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग के साथ निधीश त्यागी बिहार चुनाव की बिसात को परत-दर-परत खोल रहे हैं. यह सिर्फ़ एक राज्य का चुनाव नहीं, बल्कि देश के विपक्ष के भविष्य का दांव है. इस एपिसोड में जानिए: नीतीश की बेचारगी: क्यों नीतीश कुमार अपने राजनीतिक जीवन के सबसे कमज़ोर मोड़ पर हैं? क्या वो सिर्फ़ एक ‘मोहरा’ बनकर रह गए हैं? BJP का गेम प्लान: कैसे बीजेपी एक-एक कर क्षेत्रीय पार्टियों को ख़त्म कर रही है और JDU अगला शिकार क्यों है. विपक्ष में फूट: क्यों राहुल गांधी का रवैया महागठबंधन को जिताने के बजाय तेजस्वी को हरवाने वाला लग रहा है? किसका दांव, किसका नुक़सान: यह चुनाव सिर्फ़ नीतीश या तेजस्वी के लिए नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के लिए जीवन-मरण का प्रश्न क्यों बन गया है. असली मुद्दे ग़ायब: इस राजनीतिक उठापटक में बिहार के लोगों के बुनियादी मुद्दे कहां खो गए हैं? यह विश्लेषण आपको बताएगा कि बिहार के नतीजे पूरे देश की राजनीति को कैसे प्रभावित करेंगे. पूरी बातचीत सुनने के लिए वीडियो देखें और अपनी राय कमेंट्स में ज़रूर बताएं. शोर कम, रोशनी ज़्यादा. हरकारा को सब्सक्राइब करना न भूलें.
अपील :
आज के लिए इतना ही. हमें बताइये अपनी प्रतिक्रिया, सुझाव, टिप्पणी. मिलेंगे हरकारा के अगले अंक के साथ. हरकारा सब्सटैक पर तो है ही, आप यहाँ भी पा सकते हैं ‘हरकारा’...शोर कम, रोशनी ज्यादा. व्हाट्सएप पर, लिंक्डइन पर, इंस्टा पर, फेसबुक पर, यूट्यूब पर, स्पोटीफाई पर , ट्विटर / एक्स और ब्लू स्काई पर.











