निधीश त्यागी, साथ में राजेश चतुर्वेदी, गौरव नौड़ियाल
इस हफ़्ते की सुर्खियों में सरकार और मीडिया की विश्वसनीयता पर गहरे सवाल हैं. एक तरफ़, प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो के एक दावे ने बहस छेड़ दी है कि आय असमानता में भारत दुनिया का चौथा सबसे समान देश है, जबकि विश्व बैंक के ही आँकड़े एक बिल्कुल अलग और चिंताजनक तस्वीर दिखाते हैं. दूसरी तरफ़, अमेरिका से रिश्तों में तनाव और व्यापार युद्ध की आशंका गहरा गई है. राष्ट्रपति ट्रम्प ने ब्रिक्स देशों को नए टैरिफ़ की धमकी दी है, और भारत अमेरिका व्यापार समझौते पर आख़िरी फ़ैसले की घड़ी नज़दीक आ गई है. देश के भीतर, बिहार में मतदाता सूची में संशोधन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक अहम लड़ाई लड़ी जा रही है, जिससे लाखों नागरिकों के मताधिकार पर असर पड़ सकता है. और सामाजिक न्याय के मोर्चे पर, सरकार द्वारा वंचित छात्रों को विदेश में पढ़ाई के लिए दी जाने वाली स्कॉलरशिप फंड की कमी के नाम पर रोक दी गई है, जबकि बजट में इसके लिए इज़ाफ़ा किया गया था. आज हरकारा में हम इन सभी ख़बरों और उनके पीछे की हक़ीक़त को टटोलेंगे.
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