हरकारा : ढंग की बातचीत तसल्ली से बढ़ाने का बिरला अड्डा
हरकारा : ढंग की बातचीत तसल्ली से बढ़ाने का बिरला अड्डा Podcast
11/10/2025 (पॉडकास्ट): तालिबान से गले लगा भारत, पर मुस्लिमों की परवाह नहीं | पाकिस्तानी रणनीति पर सुशांत सिंह | क्राइम डाटा में मणिपुर की औरतों से ज़ुल्म गायब | गाज़ा में घरवापसी | शांति का नोबेल
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11/10/2025 (पॉडकास्ट): तालिबान से गले लगा भारत, पर मुस्लिमों की परवाह नहीं | पाकिस्तानी रणनीति पर सुशांत सिंह | क्राइम डाटा में मणिपुर की औरतों से ज़ुल्म गायब | गाज़ा में घरवापसी | शांति का नोबेल

‘हरकारा’ यानी हिंदी भाषियों के लिए क्यूरेटेड न्यूजलेटर. ज़रूरी ख़बरें और विश्लेषण. शोर कम, रोशनी ज़्यादा.

निधीश त्यागी, साथ में राजेश चतुर्वेदी, गौरव नौड़ियाल, फ़लक अफ़शां

आज हम बात करेंगे भारत दौरे पर आए तालिबान के मंत्री को लेकर उठे विवाद की, जहाँ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से महिला पत्रकारों को बाहर रखा गया. साथ ही जानेंगे हरियाणा के मेवात में पुलिस हिरासत में हुई एक व्यक्ति की मौत पर क्यों उठ रहे हैं सवाल. मणिपुर में हिंसा के बीच महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के सरकारी आंकड़ों में एक चौंकाने वाली कमी क्यों दिख रही है, इस पर भी नज़र डालेंगे. इसके अलावा, पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हुए नए रक्षा समझौते का भारत के लिए क्या मतलब है, इसे भी समझेंगे. और आखिर में, वेनेज़ुएला की विपक्षी नेता मारिया मशादो को मिले नोबेल शांति पुरस्कार की भी बात होगी.

श्रोताओं से अपील

आज के लिए इतना ही. हमें बताइये अपनी प्रतिक्रिया, सुझाव, टिप्पणी. मिलेंगे हरकारा के अगले अंक के साथ. हरकारा सब्सटैक पर तो है ही, आप यहाँ भी पा सकते हैं ‘हरकारा’...शोर कम, रोशनी ज्यादा. व्हाट्सएप पर, लिंक्डइन पर, इंस्टा पर, फेसबुक पर, यूट्यूब पर, स्पोटीफाई पर , ट्विटर / एक्स और ब्लू स्काई पर.

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