निधीश त्यागी, साथ में राजेश चतुर्वेदी, मज़्कूर आलम, गौरव नौड़ियाल
होली के अवकाश के चलते 15 मार्च को आपका लोकप्रिय हिंदी न्यूजलेटर 'हरकारा' उपलब्ध नहीं हो सकेगा. आप तमाम पाठकों/श्रोताओं को होली की शुभकामनाएं.. बुल्ले शाह की इन पंक्तियों के साथ…
होरी खेलुँगी कह कर बिस्मिल्लाह / नाम नबी की रतन चढ़ी बूँद पड़ी अल्लाह अल्लाह
रंग-रंगीली ओही खिलावे जो सखी होवे फ़ना-फ़िल्लाह /होरी खेलुँगी कह कर बिस्मिल्लाह
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