निधीश त्यागी, साथ में राजेश चतुर्वेदी और गौरव नौड़ियाल
आज भी दुनिया की नज़रें मध्य पूर्व पर टिकी हैं. ईरान और इज़रायल के बीच तनाव अपने चरम पर है. आसमान में मिसाइलें हैं, ज़मीन पर अनिश्चितता और समंदर में एक ऐसा संकट जो पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को हिला सकता है. हम इस तनाव की हर परत को खोलेंगे. जानेंगे कि अमेरिकी ठिकानों पर क्या हुआ, तेहरान की सड़कों पर क्या माहौल है, और इस लड़ाई का भारत पर क्या असर पड़ सकता है.इसके साथ ही, हम नज़र डालेंगे भारत के उपचुनावों के नतीजों पर, जो देश की सियासत की बदलती हवाओं का संकेत दे रहे हैं. बात करेंगे एशिया पर मंडराते जलवायु परिवर्तन के उस ख़तरे की, जो हिमालय के ग्लेशियरों को दोगुनी रफ़्तार से पिघला रहा है. और आपको ले चलेंगे भारतीय सिनेमा के उस सुनहरे दौर में, जब 'शोले' बनी थी, क्योंकि अब दुनिया उस फिल्म का वो रूप देखने जा रही है, जो आज तक किसी ने नहीं देखा.
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