निधीश त्यागी, साथ में राजेश चतुर्वेदी, गौरव नौड़ियाल, फ़लक अफ़शां
आज के पॉडकास्ट की शुरुआत एक युग के अंत और देश दुनिया की बड़ी खबरों पर एक विस्तृत नज़र के साथ करते हैं। हिंदी सिनेमा ने अपना असली ही मैन खो दिया है क्योंकि 89 साल की उम्र में धर्मेंद्र का निधन हो गया जो अपनी कोमलता और पौरुष के अनूठे संगम के लिए याद किए जाएंगे। उधर अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर खतरे की घंटी है क्योंकि अक्टूबर में व्यापार घाटा 60 प्रतिशत बढ़ गया है और पुराने निर्यात क्षेत्र पस्त नजर आ रहे हैं। देश के अलग अलग हिस्सों में चुनावी काम के बोझ तले दबे बीएलओ की मौत और आत्महत्या की खबरें व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं। विदेश नीति के मोर्चे पर गाजा संघर्ष के बीच भारत ने अपना अब तक का सबसे बड़ा व्यापारिक दल इजरायल भेजा है तो वहीं शंघाई एयरपोर्ट पर भारतीय महिला के साथ बदसलूकी और अरुणाचल को चीन का हिस्सा बताने का मामला गरमाया है। इंडिया गेट पर प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई और कश्मीर में प्रेस की आज़ादी से लेकर माओवादी नेतृत्व के अंदरूनी सच और शशि थरूर द्वारा प्रधानमंत्री के भाषण की तारीफ पर उठे सवालों तक सुनिए आज का पूरा और विस्तृत विश्लेषण।
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