0:00
/
0:00
Transcript

ममदानी की विविध पहचान न्यूयॉर्क के लिए क्यों ऐतिहासिक है? | रुचिरा गुप्ता | सलीम रिज़वी #harkara

‘हरकारा’ यानी हिंदी भाषियों के लिए क्यूरेटेड न्यूजलेटर. ज़रूरी ख़बरें और विश्लेषण. शोर कम, रोशनी ज़्यादा.

हरकारा के डीप डाइव के इस एपिसोड में हम न्यूयॉर्क के नए मेयर ज़ोहरान ममदानी की ऐतिहासिक जीत को समझने की कोशिश की. निधीश त्यागी ने फिल्मकार रुचिरा गुप्ता, जो ममदानी परिवार से व्यक्तिगत रूप से जुड़ी रही हैं और कैंपेन के दौरान सक्रिय रूप से साथ थीं, और न्यूयॉर्क में बसे पत्रकार सलीम रिज़वी जिन्होंने इस चुनाव को नज़दीक से कवर किया। इस चर्चा में हम न सिर्फ एक चुनावी जीत, बल्कि एक नई राजनीतिक शैली और जनभागीदारी के उभरते मॉडल का विश्लेषण किया है.
ममदानी की जीत न्यूयॉर्क की मिडिल क्लास और वर्किंग क्लास के लिए एक उम्मीद की तरह देखी जा रही है। क्वींस और जैक्सन हाइट्स में लोग इस जीत को त्योहार की तरह मना रहे हैं, क्योंकि यह चुनाव इमिग्रेंट्स की मेहनत, पहचान और सपनों की मान्यता है. ममदानी ने अपनी पहचान, युगांडा में जन्म, मुस्लिम पृष्ठभूमि, और इंटरफेथ परिवार को बिना छुपाए गर्व से स्वीकार किया.
इस बातचीत में ज़ोहरान के चुनाव के कैंपेन का आधार “अफोर्डेबिलिटी” को समझा, एक ऐसा शहर जहाँ साधारण लोग बिना संघर्ष के घर, शिक्षा, यातायात और बच्चों की देखभाल का ख़र्च उठा सकें. उन्होंने महंगे होते रेंट के बीच रेंट-कंट्रोल और हाउसिंग की उपलब्धता बढ़ाने की बात कही, शहर में करीब डेढ़ लाख बेघर बच्चों की स्थिति पर सवाल उठाया, फ्री बस सर्विस का वादा किया और चाइल्ड केयर को आम आदमी की पहुँच में लाने का संकल्प व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि राजनीति सिर्फ पहचान की नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की ज़िंदगी की आसानियों और सम्मानजनक जीवन के अधिकार की होनी चाहिए.
इसके अलावा हमने उनके आगे के चुनावी सफर पर बातचीत की, क्यों की आगे की राह आसान नहीं है, ट्रंप राजनीति की चुनौती, मीडिया के संदेह, और एक विशाल शहर की प्रशासनिक जटिलताओं का सामना करना होगा.यह बातचीत सिर्फ न्यूयॉर्क की राजनीति की नहीं, बल्कि इस सवाल की है कि क्या दुनिया के दूसरे लोकतंत्र भी मुद्दों पर आधारित, ज़मीनी और इंसान-केंद्रित राजनीति की ओर लौट सकते हैं? क्या भारत जैसे समाजों में भी ऐसा नेतृत्व उभर सकता है जो जनता के वास्तविक जीवन को प्राथमिकता दे?
पूरी चर्चा देखें, सोचें और अपनी राय साझा करें।
अगर वीडियो पसंद आए तो LIKE, SHARE, SUBSCRIBE ज़रूर करें.

पाठकों से अपील :

आज के लिए इतना ही. हमें बताइये अपनी प्रतिक्रिया, सुझाव, टिप्पणी. मिलेंगे हरकारा के अगले अंक के साथ. हरकारा सब्सटैक पर तो है ही, आप यहाँ भी पा सकते हैं ‘हरकारा’...शोर कम, रोशनी ज्यादा. व्हाट्सएप पर, लिंक्डइन पर, इंस्टा पर, फेसबुक पर, यूट्यूब पर, स्पोटीफाई पर , ट्विटर / एक्स और ब्लू स्काई पर.

Discussion about this video

User's avatar

Ready for more?