निधीश त्यागी, साथ में राजेश चतुर्वेदी, गौरव नौड़ियाल, फ़लक अफ़शां
आज हम बात करेंगे बहुजन समाज पार्टी की लखनऊ रैली की, जहाँ भीड़ तो जुटी पर क्या मायावती पुराना जादू जगाने से चूक गईं? जानेंगे कि कैसे असम में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर का गीत गाना देशद्रोह के दायरे में आ गया है. इसके साथ ही, हम उत्तर की राजनीति और दक्षिण के पैसे के बीच बढ़ते उस असंतुलन का विश्लेषण करेंगे, जिसे विशेषज्ञ देश के लिए एक बड़ा ख़तरा बता रहे हैं. और नज़र डालेंगे बिहार की ज़मीनी हकीकत पर, जहाँ वोटर लिस्ट में हुई एक बड़ी चूक ने कई ज़िंदा लोगों को ‘मृत’ घोषित कर दिया है. आइये, सुनते हैं ख़बरें विस्तार से.
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